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दैहिक एवं सांसारिक विषयों की अपनी एक मर्यादा होती है : महापौर श्री गिरीशपति त्रिपाठी 

दैहिक एवं सांसारिक विषयों की अपनी एक मर्यादा होती है : महापौर श्री गिरीशपति त्रिपाठी
अयोध्या धाम
 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की संध्या पर विवेक सृष्टि एवं श्यामसाधनालय के अध्यक्ष/ निदेशक प्रतिष्ठित योगाचार्य डॉ चैतन्य जी के सानिध्य एवं अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी जी तथा प्रो. लक्ष्मीकांत सिंह जी की विशिष्ट उपस्थिति में विवेक सृष्टि परिसर रामघाट अयोध्या में विशिष्ट ध्यान,  योग चिंतन सत्र का आयोजन किया गया। आगामी वर्षों में विवेक सृष्टि एवं श्यामसाधनालय के द्वारा संचालित गतिविधियों के सम्बन्ध में उपस्थित साधकों ने विस्तृत योजना बनाई है।
इस अवसर पर उपस्थित योगाचार्यों तथा योग साधकों ने संपूर्ण विश्व में योग दिवस की स्वीकार्यता और योग साधना के प्रति बढ़ रहे अनुराग के दृष्टिगत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए योग साधना के क्षेत्र में और अधिक अधिकृत, परिष्कृत एवं व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रो. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि वैसे तो योग साधना का विषय पौराणिक एवं अतिव्यापक है परन्तु आधुनिककाल में अयोध्या परिक्षेत्र में जब कभी भी योग साधना की चर्चा होगी तो डॉ चैतन्य जी का नाम योग के पर्याय के रूप में जाना जाएगा। अयोध्या के महापौर मंहत गिरीश पति त्रिपाठी ने उपस्थित साधकों को ध्यान सत्र का अभ्यास कराया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दैहिक एवं सांसारिक विषयों की अपनी एक मर्यादा होती है जिसको ध्यान में रखते हुए अब श्रद्धेय डॉ चैतन्य जी द्वारा संकल्पित अभियान को और अधिक विस्तार देने के लिए एक सामूहिक प्रयत्नों की आवश्यकता अनुभूत हो रही है। इसी पृष्ठभूमि में अन्यान्य अभियानों की संरचना की आवश्यकता है।
उपस्थित साधकों एवं कार्यकर्ताओं ने चैतन्य फाउंडेशन की संकल्पना पर चिन्तन किया। डॉ. चैतन्य जी के निर्देशानुसार ई. रवि तिवारी की अध्यक्षता में पिछले वर्ष योग दिवस से विचार प्रक्रिया में चल रहे चैतन्य फाउंडेशन को विस्तार देने एवं औपचारिक प्रारम्भ करने का प्रस्ताव किया।
इस अवसर पर ई .रवि तिवारी ने कहा कि आप सभी के द्वारा मुझे जो भी दायित्व दिया जाएगा विशेषतः डॉक्टर चैतन्य जी के विचारों एवं उनके द्वारा प्रारंभ रखे गए कार्यों को आगे बढ़ाने के संकल्प के रूप में यह मेरा जीवन लक्ष्य बनकर समाज को समर्पित होगा। हम सभी देख रहे हैं की संपूर्ण संसार एक विशिष्ट आत्मिक अनुभूति के लिए योग की शरण में आ रहा है और योग साधना का अध्यापक विस्तार हो रहा है। पिछली शताब्दी के अंतिम दशक में अयोध्या से योग के क्षेत्र में विशेष गतिविधि के रूप में योग शिक्षकों के व्यापक निर्माण की संकल्पना के साथ श्याम साधनालय की स्थापना डॉक्टर चैतन्य जी ने की थी, जो 21वीं शताब्दी के स्वामी विवेकानंद सार्धशती के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के विचारों के व्यापक विस्तार के लिए विवेक सृष्टि नामक संकल्पना तक विस्तारित हुई। अभी तक डॉक्टर चैतन्य जी की सक्रिय सहभागिता से यह दोनों संस्थान अपने-अपने काम को सफलतापूर्वक करते रहे हैं । परंतु अब उनके व्यक्तिगत शारीरिक और स्वास्थ्यगत कारणों से इन आयामों को अब एक संस्थागत रूप देने की आवश्यकता है । इसलिए एक चैतन्य फाउंडेशन नामक संस्थान का गठन किया जा रहा है। जिसके महासचिव श्री शशांक मिश्रा, उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा तिवारी, कोषाध्यक्ष श्री राजेश श्रीवास्तव, सहसचिव श्री अभिषेक शुक्ला अभी प्रारंभिक पदाधिकारी के रूप में कार्य प्रारंभ करेंगे। जिन जिन लोगों ने सदैव डॉक्टर चैतन्य जी को जीवन में विशिष्ट सहयोग प्रदान किया है वह सभी लोग इस ट्रस्ट के स्वतः ही आजीवन सदस्य रहेंगे। शीघ्र ही इन सभी कार्यकर्ताओं की सूची जारी कर दी जाएगी तथा इस संस्थान को विस्तार देने के लिए अन्य पदाधिकारियों का चयन एवं उनके दायित्वों की घोषणा निकट भविष्य में शीघ्र ही करके इस अभियान को आगे बढ़ने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
समाज में योग दिवस के अवसर पर योगाचार्यों की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए श्याम साधनालय द्वारा बड़ी संख्या में योगाचार्य के प्रशिक्षण का अभियान चलाया जाएगा तथा प्रत्येक वर्ष 21 जून को जहां-जहां भी आवश्यकता होगी हमारे संस्थान से संबद्ध योगाचार्यों को समाज की सेवा में उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया जाएगा साथ ही यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष योग दिवस की व्यापक सफलता एवं सहभागिता के दृष्टिगत 4 जून से 19 जून तक योग पखवाड़ा तथा 21 जून को योग संध्या एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा । जिसकी संरचना चैतन्य फाउंडेशन द्वारा शीघ्र ही घोषित करके वर्ष भर तैयारी के बाद 4 जून से 21 जून तक विशिष्ट अभियान के रूप में यह गतिविधि समाज को समर्पित होगी ।अन्य योजनाओं के बारे में जल्दी ही विस्तार से घोषित किया जाएगा। विवेक सृष्टि परिसर रामघाट में आगामी गुरु पूर्णिमा को चैतन्य फाउंडेशन के कार्यालय का अधिकृत शुभारंभ होगा। इस अवसर पर श्रीमती राजलक्ष्मी तिवारी, विवेक सृष्टि के कोषाध्यक्ष श्री राम कुमार गुप्ता, श्याम साधनालय के सचिव उद्योगपति एवं योगाचार्य राजेश मंध्यान, योगाचार्यों श्रीमती ममता श्रीवास्तवा, श्रीमती सोनी सिंह, श्री राजपाल, श्री राम सुफल, श्रीमती गीता गुप्ता तथा सर्वज्ञ सिंह, इंद्रजीत शुक्ला, सूर्यभान पाण्डेय, विनोद तिवारी, सीमा सिंह आशुतोष पाण्डेय आदि गणमान्यजनों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही

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