अयोध्याप्रशासन

मंडलायुक्त की अध्यक्षता में नियोजन तथा विकास समिति की पंचम बैठक कार्यालय सभागार में सफलतापूर्वक सम्पन्न 

मंडलायुक्त की अध्यक्षता में नियोजन तथा विकास समिति की पंचम बैठक कार्यालय सभागार में सफलतापूर्वक सम्पन्न
अयोध्या
आयुक्त महोदय, अयोध्या मण्डल अयोध्या की अध्यक्षता में स्थानीय स्तर पर गठित नियोजन तथा विकास समिति की पंचम बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में पर्यटकों के सुविधार्थ हेतु श्री जयेन्द्र कुमार, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के द्वारा विगत वर्ष 2024-25 की 17 परियोजनाओं के अद्यत्तन प्रगति रिपोर्ट एवं वित्तीय वर्ष 2025-26 की प्रस्तावित परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण सम्बन्धित कार्यदायी संस्था यू०पी०पी०सी०एल० एवं यू०पी०आर०एन०एन० द्वारा ऑनलाइन तथा ऑफलाइन किया गया।
आयोजित उक्त बैठक में श्री निखिल टीकाराम फुण्डे, जिलाधिकारी अयोध्या, श्री गौरव ग्रोवर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अयोध्या, श्री अश्विनी कुमार पाण्डेय, उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण, अयोध्या, श्री जयेन्द्र कुमार, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, अयोध्या, श्री पी०एन सिंह एवं श्री धीरज श्रीवास्तव, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, अयोध्या, श्री विनय जैन, प्रोजेक्ट मैनेजर यू०पी०पी०सी०एल०, श्री अजय मिश्रा, सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर यू०पी०पी०सी०एल०, श्री रत्नेश कुमार एवं श्री रवीन्द्र कुमार, उ०प्र० राजकीय निर्माण निगम आदि उपस्थित रहे।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, द्वारा विगत वर्ष 2024-25 में स्वीकृत कुल 17 परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट समिति के समक्ष रखी गयी। आयुक्त/अध्यक्ष महोदय द्वारा प्रचलित 11 कार्यों में प्रगति करने तथा निर्धारित समय में परियोजनाओं को पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। शेष 6 परियोजनाओं को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। एवं वित्तीय वर्ष 2025-26 की प्रस्तावित कार्ययोजना का भी प्रस्तुतीकरण, कार्यदायी संस्था उ०प्र० राजकीय निर्माण निगम द्वारा, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से किया गया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा प्रेषित समस्त परियोजनाओं के प्रस्तुतीकरण देखने के उपरान्त सम्बन्धित कार्यदायी संस्था को, मा० अध्यक्ष महोदय द्वारा निम्नवत् निर्देश दिये गयेः
1. समस्त प्रेषित परियोजनाओं में पर्यटन विकास हेतु पर्यटकों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाये।
2. प्रेषित परियोजनाओं में कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये।
3. प्रकाश व्यवस्था, पर्याप्त शेड, वृद्धों, महिलाओं एवं दिव्यागों के लिये विशेष स्थान का चिन्हांकन कराकर निर्माण पर भी बल दिया जाये।

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