अयोध्या धाम
वरिष्ठ पत्रकार श्री महेंद्र त्रिपाठी जी के द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर हुआ राम जन्मभूमि मन्दिर का फैसला

वरिष्ठ पत्रकार श्री महेंद्र त्रिपाठी जी के द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर हुआ राम जन्मभूमि मन्दिर का फैसला
अयोध्या धाम
अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के वरिष्ठ पत्रकार प्रेस क्लब अयोध्या के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी का बड़ा खुलासा वर्ष 1991 में विहीप सुप्रीमों माननीय अशोक सिंघल जी ने एक समारोह में महेन्द्र त्रिपाठी जी को रामनामी ओढ़ाकर व तिलक लगा कर सार्वजनिक तौर पर सम्मानित किया था | यह उनका यादगार पल था जिसकी वजह थी कि श्री त्रिपाठी रामलला के दरबार मे वर्ष 1982 से 1992 तक श्रीराम जन्मभूमि स्टूडियो चला रहे थे और उस दौरान राम मंदिर का ताला खुलना व शिलान्यास होना कैमरे में कैद किया था|
रामजन्मभूमि परिसर के समतलीकरण के दौरान जो देवी देवताओं की मूर्तियां तथा कसौटी के खम्भे , तमाम ऐसी वस्तुएं निकली जो राम जन्मभूमि मन्दिर होने का सबूत के लिए काफी थीं| जो वस्तुएं उस वक्त निकले थे उनकी तस्वीरे महेंद्र त्रिपाठी जी ने खींची थी जिसे अशोक सिंघल जी के कहने पर चम्पतराय जी को दिया था , रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद के मुकदमे मे अहम सबूत के तौर पर काम आए जिससे राम मंदिर के पक्ष में फैसला आया था और सीबीआई ने उन्हें गवाह भी बनाया था | आज भब्य श्रीराम जी का मंदिर बन कर तैयार हुआ वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर राम जी की कृपा का गुड़गान कर अपना जीवन धन्य बता रहे हैं |साथ ही यह बताया कि सीबीआई ने उन्हें रायबरेली कोर्ट में आडवाणी जी के ऊपर चले भड़काऊ भाषण के मुकदमे में सरकार बनाम लालकृष्ण आडवाणी आदि व सीबीआई कोर्ट लखनऊ में सरकार बनाम पवन पाण्डेय आदि के मुकदमे में गवाह थे ,जो महत्वपूर्ण गवाही थी सभी आरोपी बाइज्जत बरी हुए थे |




