अयोध्या धामधर्म
अयोध्या में शिक्षक दिवस पर निकली रामकोट परिक्रमा, प्रभु श्रीराम को सर्वोच्च गुरु मान किया नमन

अयोध्या में शिक्षक दिवस पर निकली रामकोट परिक्रमा, प्रभु श्रीराम को सर्वोच्च गुरु मान किया नमन
अयोध्या धाम
शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुवार को रामनगरी अयोध्या में साधु-संतों, सामाजिक संगठनों और आमजन की सहभागिता के साथ भव्य रामकोट परिक्रमा निकाली गई
श्रद्धालु “सीताराम” के जयकारों के साथ प्रभु श्रीराम के चरणों में श्रद्धा अर्पित करते हुए आगे बढ़ते रहे। इस अवसर पर सभी ने भगवान श्रीराम को सर्वोच्च शिक्षक और परमपिता परमात्मा के रूप में नमन किया।

पूरे परिक्रमा मार्ग पर भक्तिभाव और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस दौरान सामूहिक हनुमान चालीसा और राम अस्तुति का पाठ किया गया तथा प्रतिदिन प्रभात फेरी निकालने का संकल्प लिया गया। समाजसेवी सुशील चतुर्वेदी के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने प्रभु श्रीराम को शिक्षा, सदाचार और आदर्श जीवन का प्रतीक मानते हुए उन्हें प्रणाम किया और आशीर्वाद की कामना की।
समाजसेवी सुशील चतुर्वेदी ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि प्रभु श्रीराम की नगरी में रहकर उनके जीवन आदर्शों से शिक्षा प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “प्रभु श्रीराम सनातन धर्म के सबसे बड़े गुरु हैं। उनके जीवन आदर्श ही संपूर्ण मानवता के लिए सर्वोच्च शिक्षा का मार्ग हैं।” चतुर्वेदी ने आगे कहा कि शिक्षक दिवस पर प्रभु श्रीराम की रामकोट परिक्रमा करना, उन्हें आदर्श गुरु के रूप में स्वीकार करने का प्रतीक है।
कार्यक्रम में तक्षशिला IAS के निदेशक संतोष मिश्रा, कामख्या धाम के महाराज, इंद्रकौशिक महाराज, श्रीधर पांडेय (गोलू), पुष्पेंद्र सुकल, श्री प्रकाश पाठक सहित कई प्रमुख व्यक्तित्वों की गरिमामयी उपस्थिति रही।




