
अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर 200 करोड़ घोटाले का पूर्व मंत्री श्री तेज नारायण पाण्डेय ने किया खुलासा
अयोध्या की राजनीति में बड़ी हलचल
अयोध्या
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने अयोध्या में हुए श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह और उससे जुड़े विकास कार्यों में ₹200 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि यह कथित भ्रष्टाचार सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के संरक्षण में किया गया है।पवन पांडेय ने अयोध्या में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि कुछ नेता और उच्चाधिकारी आपस में मिलीभगत करके इस विशाल घोटाले को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रामराज्य के नाम पर भ्रष्टाचार करना स्वयं भगवान श्रीराम की मर्यादा का अपमान है।पूर्व मंत्री ने पूरे मामले की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कहा, “रामराज्य के नाम पर भ्रष्टाचार करना भगवान श्रीराम की मर्यादा का अपमान है।
पांडेय ने अपने आरोपों को पुष्ट करने के लिए सूचना के अधिकार (RTI) का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस संबंध में सैकड़ों RTI आवेदन दाखिल किए थे, लेकिन उन्हें केवल 102 आवेदनों का ही जवाब मिला है। इससे उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि भ्रष्टाचार से जुड़ी कई महत्वपूर्ण फाइलें जानबूझकर गायब कर दी गई हैं।पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपये के टेंडर पूरी प्रक्रिया का पालन किए बिना ही जारी कर दिए गए, जिससे पारदर्शिता पूरी तरह से खत्म हो गई है। इसके अलावा, उन्होंने अयोध्या नगर निगम के खर्चों और आउटसोर्सिंग मद में किए गए खर्चों में भी गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया है।पवन पांडेय ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) से उच्च स्तरीय जाँच कराने की मांग की है।इस गंभीर आरोप के बाद अयोध्या की राजनीति में बड़ी हलचल मच गई है और अब सबकी निगाहें राज्य सरकार और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की आधिकारिक प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।
पूर्व मंत्री श्री तेज नारायण पाण्डेय जी ने कहा कि योगी जी केवल दर्शन करके लड्डू खा कर चले जाते है महापौर और विकाश प्राधिकरण के मलाई काट रहे हैं | भगवान के नाम पर नेताओं और बाबुओं में बहुत लुट हुई है जिसकी जॉच कैग से होनी चाहिए |




