
हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के अंबेडकर नगर विधिक प्रभारी वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल किशोर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कचहरी परिसर अम्बेडकर नगर में एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई, जिसमें हाल ही में महाराष्ट्र में हिंदी के विरोध में हो रहे उपद्रव की निंदा करते हुए कहा गया कि हिंदी हमारी मातृभाषा और राजभाषा है जिसका सम्मान सबको करना ही होगा,और सरकार की लापरवाहियों का ही नतीजा है कि हिंदी का विरोध आजादी के बाद अब तक जारी है जबकि संविधान में व्यवस्था थी कि स्वतंत्रता के बाद हिंदी आगामी 15 वर्षों में देश की कार्यालयी भाषा से गुजरते हुए देश की राष्ट्रभाषा बन जायेगी,यदि हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित कर दिया जाता तो इस तरह के विवाद स्वयं समाप्त हो जाते, सरकार को चाहिए हिंदी को यथाशीघ्र राष्ट्रभाषा घोषित करें जिससे विश्व में एक संदेश जाए और हिंदी विश्व की संपर्क भाषा बन सकेl बैठक में हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री डॉoसम्राट अशोक मौर्य,महिला शाखा की मंडलीय प्रभारी डाoअनुराधा मौर्य,संस्थान के संरक्षक मंडल सदस्य राम केर सिंह व अन्य अधिवक्ता गण मौजूद रहेl