
सामाजिक सुरक्षा केवल संयुक्त परिवार ही दे सकता है : डॉक्टर मुरलीधर सिंह “अधिवक्ता उच्च न्यायालय
लखनऊ
अगस्त जागरूकता अभियान एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए सामाजिक हित में कुछ महत्व पूर्ण सलाह दे रहा हूं,
एवं संयुक्त परिवार को महत्व देने से समाज में संतुलन होगा संयुक्त परिवार न होने के कारण आजकल रिटायर लोगों में सात प्रकार की बीमारियां हो रही है रिटायर लोग अपने संपत्ति के लिए ट्रस्ट बनाकर सार्वजनिक या मंदिरों में दान करें ,80% रिटायर लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है |

उनके पास पैसा होते हुए भी कोई उनके साथ केयरटेकर नहीं तथा कोई बात करने वाला नहीं है ऐसे पीड़ित लोगों को फ्री लीगल सहायता एवं जानकारी दिया जाएगा |
डॉक्टर मुरलीधर सिंह
पूर्व केंद्रीय एवं राज सरकार के अधिकारी तथा
वर्तमान अधिवक्ता
माउच्च न्यायालय इलाहाबाद
एवं लखनऊ पीठ
की कलम से
सामाजिक सुरक्षा केवल संयुक्त परिवार ही दे सकता है|
कानून बनाने से काम नहीं चलेगा इसको समाज को अपनाना पड़ेगा सभी पीड़ित लोगों को कानूनी सलाह और सहायता दिया जाएगा
रिटायर लोगों को अपनी संपत्ति को का ट्रस्ट बनाकर सामाजिक कार्यों में या मंदिर में दान करना चाहिए
इसका मात्र इलाज संयुक्त परिवार एवं अपने योग्यता के आधार पर शारीरिक एवं मानसिक कार्य को जारी रखना
जिसमें सबसे ज्यादा पावर के भूखे लोग 18% डिप्रेशन 10% नींद ना आना 12% अकेलापन 10% डिमेंशिया 12% एंजायटी डिसऑर्डर 20% शिजोफ्रेनिया 8% अकेलापन 16% इसके पीछे अनेक कारण है
पहला नंबर आदमी अपने छात्र जीवन में अध्ययन करता है तत्कालीन समय के परीक्षा में सफल होने के लिए तकनीकी को अपनाता है सफल हो जाता लेकिन वह सामाजिकता रूप से अपने समाज के लिए अपने माता-पिता के लिए अपने भाई-बहन के लिए कुछ नहीं करता
केवल अपनी पत्नी के लिए अपने बच्चों के लिए ही सब कुछ करता है|
उसके कारण समाज उसको रिटायरमेंट 60 साल के बाद उससे कोई मदद नहीं करता रिटायर लोगों को समाज तिरस्कार कर देता है |तो 60 साल की उम्र तक लगभग 30 से 35 साल तक व्यक्ति अपने आप अहंकार में जीता है ,अपने पद के घमंड में जीता है आसपास के लोगों को या गांव के लोगों को निराश कर देता है | इसके लिए बचने के उपाय है
जो भी नौकरी में आए वह अपने स्तर से सामाजिक स्तर से शादी विवाह करें
तथा संयुक्त परिवार में रहे और अपने परिवार को के साथ-साथ अपने भाई के समाज के परिवारों के लिए कम करें
तथा गांव के हैं तो गांव से जिस शहर से हैं उसे शहर के मोहल्ले से अपने कक्षा 12 तक के छात्र जीवन से जुड़े हुए सब लोगों से संपर्क में रहे |
अन्यथा देश के अंदर 80% रिटायर लोग किसी न किसी बीमारी से शिकार है
उनके पास पैसे होते हुए उनके पास केयरटेकर के लिए नौकर नौकरानी नहीं है उनके बच्चे विदेश में रहते हैं |
तथा उनके मरने के बाद टोल पड़ोस के लोग या स्वयंसेवी संगठन का संस्कार करते हैं
और लोग डिजिटल अरेस्ट के शिकार होकर
कानूनी सहायता के लिए एक प्लेटफार्म शुरू किया जा रहा है जो सभी को मदद करेगा मोबाइल नंबर 7080510637 है
जय हिंद जय भारत जय स्वतंत्रता दिवस




