अयोध्या धामहिन्दी दिवस
हिन्दी भाषा की गरिमा और व्यापक उपयोगिता को बढ़ाने का प्रण लेना चाहिए: सुशील चतुर्वेदी

हिन्दी भाषा की गरिमा और व्यापक उपयोगिता को बढ़ाने का प्रण लेना चाहिए: सुशील चतुर्वेदी
अयोध्या धाम
हिन्दी दिवस के अवसर पर समाजसेवी सुशील चतुर्वेदी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिन्दी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम हिन्दी भाषा को केवल बोलने की नहीं, बल्कि उसे सम्मान देने और नई पीढ़ी को उसकी जड़ों से जोड़ने का प्रयास करेंगे। समाजसेवी सुशील चतुर्वेदी ने उपस्थित जनमानस से आह्वान किया कि सभी मिलकर हिन्दी भाषा की गरिमा और व्यापक उपयोगिता को बढ़ाने का प्रण लें। उन्होंने एक दोहा प्रस्तुत कर हिन्दी की सार्थकता को रेखांकित किया |
“भाषा बिन उन्नति नहीं, संस्कृति सूनी होय। हिन्दी से ही देश का, गौरव बढ़े अनेको गुना सोय॥”
विशेष रूप से अयोध्या वासियों को संदेश देने के लिए वे नवनिर्मित निषादराज गुहा आश्रय गृह (नया बस अड्डा, अयोध्या के समीप) पहुँचे और स्थानीय लोगों से भेंट कर हिन्दी भाषा के महत्व को साझा किया। इस अवसर पर पारसनाथ जी, डॉ. ए.के. सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे और उन्होंने भी हिन्दी भाषा के संवर्धन व संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन करते हुए समाजसेवी सुशील चतुर्वेदी ने कहा “हिन्दी हमारी अस्मिता और पहचान है। आओ, आज के दिन हम सब मिलकर हिन्दी केप्रचार-प्रसार और उसके गौरव को बढ़ाने का संकल्प लें।”




