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शिव जी के अवतार बाबा कीनाराम की पुण्यतिथि पर विशेष लेख : डा मुरलीधर सिंह शास्त्री “अधिवक्ता उच्च न्यायालय”

शिव जी के अवतार बाबा कीनाराम की
(पुण्यतिथि पर 21 सितंबर 1771 )
(विशेष लेख)
डा मुरलीधर सिंह शास्त्री “अधिवक्ता उच्च न्यायालय”
अयोध्या धाम
जो न करे राम वो
ब करें बाबा कीनाराम
बाबा कीनाराम ने पाकिस्तान में स्थित हिंगलाज माता के प्रतिरूप को काशी में स्थापित किया था |
शिव जी के अवतार बाबा कीनाराम की
(पुण्यतिथि पर 21 सितंबर 1771 )
(विशेष लेख)

डा मुरलीधर सिंह शास्त्री
अधिवक्ता माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं लखनऊ
पूर्व अधिकारी भारत एवं राज्य सरकार
हमारा देश सदियों से परमपराओं और संतों के जीवन पर आधारित रहा है
सबसे पहले संतों में सप्तर्षि आते हैं उसके बाद यह परंपराएं चलती रही धार्मिक स्थान उत्तर भारत के काशी स्थान का प्राचीन काल से महत्वपूर्ण रहा है
क्षेत्र में सन 1601 में बाबा कीनाराम एक क्षत्रिय राजपूत गरीब परिवार में बाबा ने जन्म लिया था जो जन्म स्थान श्री रामगढ़ है
आजकल चंदौली जिले में पड़ता है
कल अपने जीवन में 170 वर्ष जिंदा रहे थे उन्होंने 21 सितंबर 17 71 काशी वाराणसी के मुख्य शहर में रवींद्र पुरी है जिसमें क्रूकुंड है जो बाबा का साधना एवं आशीर्वाद का मुख्य केंद्र रहा है |
कृकुंड पर अपना शरीर का त्याग एवं साकेत गमन भी यही से किया था उनके सबसे खास शिष्यश्री विजई राम जी एवं अन्य रामजीवन अन्य गण मनव्यक्ति उपस्थित थे |

बाबा कीनाराम को अघोर पंथ के संचालन का मुख्य श्रेय जाता है जो इनके साक्षात गुरु भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान दत्तात्रेय जी रहे हैं |
अघोर पंथ के संस्थापक भी हैं 24 गुरु अपने जीवन काल में बनाए थे पंत का प्रचलन ज्यादातर गुजरात महाराष्ट्र में ज्यादा है
प्रदेश और बिहार में बहुत कम है कहां जाता है कि (जो ना करे राम वो करे कीनाराम) किनाराम बाबा जी के स्थान को मुझे देखने का समझने का मौका मिला है |
अपने छात्र जीवन में भी वाराणसी में रहा नौकरी के दौरान वाराणसी में रहा 4 साल वाराणसी में रहा वहां पर बावा कीनाम जी के स्थान से जुड़ने का मौका मिला उनके उत्तराधिकारी के रूप में भगवान राम मौजूद थे अवतरिक बाबा भगवान राम भी जो अवधूत भगवान राम के रूप में प्रसिद्ध थे
उन्होंने ही 1984 में चंद्रशेखर जी को आशीर्वाद दिया था कि देश के प्रधानमंत्री बनेंगे उपस्थित लोगों ने तथा मीडिया में भी यह प्रकाशित खबर व्यंगात्मक ढंग से की गई थी बाद में बात सत्य हुई बाबा की भविष्यवाणी भी सच्ची हुई दुनिया जानती दुनिया जानती है |

एवं इस अवसर पर नमन करते हुए सभी पाठकों से अनुरोध करता हूं
वाराणसी आकर दर्शन करें
कृकुंड का दर्शन करें एवं बाबा कीनाराम विचारों से जुड़े एवं भागीदार बने |
जय हिंद जय भारत
जय सनातन धर्म की


