लखनऊ
डॉ मुरलीधर सिंह “शास्त्री”सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं

डॉ मुरलीधर सिंह “शास्त्री”सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं
लखनऊ
मा उच्च यायालय लखनऊ पीठ के अधिवक्ता डॉक्टर मुरलीधर सिंह ने मा उच्च इलाहाबाद द्वारा नामित पांच वरिष्ठ अधिवक्ता से शिष्टाचार बस मुलाकात की इसमें श्री विनोद कुमार साही ,श्री गिरीश चंद वर्मा ,श्री अनिल प्रताप सिंह ,श्री प्रशांत सिंह अटल , आदि प्रमुख है सभी का अधिवक्ता क्षेत्र में लगभग 25 /26 साल से ज्यादा ही अनुभव है प्रमुख उल्लेखनीय है कि श्री सिंह अवध बार के आजीवन सदस्य हैं, तथा सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद अधिवक्ता के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं |

माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद अधिवक्ता अधिनियम 1961 की धारा १६(२) के अनुसार प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए 90 वरिष्ट अधिवक्ता को नामित किया गया है सीनियर अधिवक्ता होने से उनका प्रोटोकॉल बढ़ जाता है |
नंबर 1 उनका जो काला गाउन यह न्यायमूर्ति की तरह हो जाता है तथा किसी मुकदमे में बिना वकालत नामा के बहस कर सकते हैं | ऐसे लगभग 90 अधिवक्ता एक साथ नामित किया गए हैं | इलाहाबाद उच्च यायालय के इतिहास में पहला मौका है अधिवक्ता डॉ मुरलीधर सिंह ने सीनियर अधिवक्ता से उनके चेंबर में मुलाकात की जिसमें प्रमुख श्री विनोद कुमार साही ,श्री अनिल प्रताप सिंह ,
श्री प्रशांत सिंह अटल ,श्री गिरीश चंद्र वर्मा प्रमुख हैं श्री वर्मा द्वारा अपने चेंबर श्री सिंह को हनुमानगढ़ी अयोध्या के प्रसाद का लड्डू खिला गया था ,श्री वर्मा को श्री सिंह ने अपने हाथों से हनुमान जी का लड्ड प्रसाद खिलाया
श्री वर्मा राजस्व एवं सर्विस मामलों के विशेष जानकार हैं |
उनके साथ श्री dps चौहान श्री धीरेंद्र प्रताप चौहान श्री जय कुमार श्री ज्ञानेंद्र मिश्रा श्री शिवम दुबे विनय कुमार राजकमल श्रीवास्तव कुंज बिहारी पांडे आनंद सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे|
जय हिंद जय भारत जय अधिवक्ता समाज संविधान बाद




