श्री राम मन्दिर ध्वजारोहण आमंत्रण में पूर्वी उत्तर प्रदेश को वरीयता दी गई है : महामंत्री श्री चम्पतराय जी

अयोध्या धाम /अम्बिका नन्द त्रिपाठी
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर पर विवाह पंचमी के दिन 25 नवम्बर को ध्वजारोहण के लिए आमंत्रित अतिथियों को ठहराने के निमित्त ट्रस्ट की ओर से 1600 कमरों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा व्यवस्था संभालने में लगने वाले कार्यकर्ताओं को एक दिन पहले 24 नवम्बर को बुलाया गया है। कारसेवकपुरम, रामसेवकपुरम और तीर्थ क्षेत्र पुरम में भी आवासीय व्यवस्था की गई है। मौसम के दृष्टिगत ओढ़ने बिछाने का प्रबंध ट्रस्ट की ओर से किया जा रहा है। अयोध्या में जिन मन्दिरों द्वारा श्री राम बारात निकाली जाती है उनसे अनुरोध किया गया है कि वे इसका समय शाम चार बजे के बाद ही रखें।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पतराय ने आज अपने एक वीडियो सन्देश में उपर्युक्त जानकारी दी और तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तार से बताया। महामंत्री के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा में सम्पूर्ण देश से लोगों को आमंत्रित किया गया था किन्तु ध्वज आरोहण में पूर्वी उत्तर प्रदेश को वरीयता दी गई है। तब से अब तक मन्दिर परिसर में ढेर सारा निर्माण हुआ है इस लिए बैठने का स्थान कम हो गया है। उसी कारण आमंत्रितों की संख्या सीमित रखी गई है। ध्वजारोहण के दिन प्रातः आठ बजे प्रवेश प्रारम्भ होकर नौ बजे बंद हो जाएगा। प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, राज्यपाल और मुख्यमंत्री अतिविशिष्ट अतिथि होंगे। दोपहर दो बजे तक कार्यक्रम पूर्ण कर लिया जाएगा, इसके बाद आमंत्रित अतिथिगणों को पंक्तिबद्ध दर्शन कराया जाएगा , जिसमें तीन घण्टे तक लग सकते हैं। ध्वज का आकार त्रिकोणीय है और इसे 190फिट की ऊंचाई पर चढ़ाया जाना है प्रधानमंत्री और सरसंघचालकजी इसका आरोहण करेंगे। तैयारियों को देखते हुए पूर्व संध्या पर कितने समय तक दर्शन चलेगा यह अभी तय होना है। ध्वजारोहण के दिन प्रतिदिन की भांति दर्शन नहीं हो सकेग




